मेरे साथ में दूसरे बढे़ सदा परोपकार की भावना ह्रदय रही।। मेरे साथ में दूसरे बढे़ सदा परोपकार की भावना ह्रदय रही।।
इर्ष्या की भावना को कभी खुद में जगने नहीं दिया, कभी इस भावना तक अपने आप को पहुँचने ना इर्ष्या की भावना को कभी खुद में जगने नहीं दिया, कभी इस भावना तक अपने आप को प...
मिटे षट विकार, प्रभु चरणों में लगे ध्यान। मिटे षट विकार, प्रभु चरणों में लगे ध्यान।
जब कोई अपना नजर आता है, सब कुछ सपना सा नजर आता है। जब कोई अपना नजर आता है, सब कुछ सपना सा नजर आता है।
कविता काव्य पाठ कहानियां दिल कि बात ही तो है ! कविता काव्य पाठ कहानियां दिल कि बात ही तो है !
सच में तुम मुझसे अलग हो मैं तुमसे अलग हूँ। सच में तुम मुझसे अलग हो मैं तुमसे अलग हूँ।